उत्तर प्रदेश में मानसून ने पूरी तरह से रफ्तार पकड़ ली है। मौसम विभाग ने बुधवार, 2 जुलाई 2025 को प्रदेश के 22 जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। साथ ही, 36 जिलों में गरज-चमक के साथ आकाशीय बिजली गिरने की आशंका जताई गई है। मंगलवार को लखीमपुर खीरी में 212 मिमी और बाराबंकी में 165 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई, जो इस सीजन की सबसे अधिक वर्षा में से एक है।
ऑरेंज अलर्ट (भारी से बहुत भारी बारिश)
- बांदा, चित्रकूट, कौशांबी, प्रयागराज, सोनभद्र, मिर्जापुर, महोबा, झांसी, ललितपुर और आसपास के क्षेत्र।
येलो अलर्ट (भारी बारिश की संभावना)
- फतेहपुर, चंदौली, भदोही, श्रावस्ती, बहराइच, लखीमपुर खीरी, सहारनपुर, बिजनौर, रामपुर, बरेली, पीलीभीत, जालौन, हमीरपुर और आसपास के क्षेत्र।
बिजली गिरने की आशंका वाले जिले
- बांदा, चित्रकूट, कौशांबी, प्रयागराज, फतेहपुर, प्रतापगढ़, सोनभद्र, मिर्जापुर, चंदौली, वाराणसी, भदोही, जौनपुर, गाजीपुर, बलिया, श्रावस्ती, बहराइच, लखीमपुर खीरी, कानपुर देहात, कानपुर नगर, रायबरेली, सहारनपुर, शामली, मुजफ्फरनगर, आगरा, इटावा, औरैया, बिजनौर, मुरादाबाद, रामपुर, बरेली, पीलीभीत, जालौन, हमीरपुर, महोबा, झांसी, ललितपुर और आसपास के क्षेत्र।
मौसम विभाग की चेतावनी
आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र, लखनऊ के वरिष्ठ वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह के अनुसार, इस समय ट्रफ लाइन कानपुर के ऊपर से गुजर रही है, जिसके कारण बुंदेलखंड, दक्षिणी यूपी और विंध्य क्षेत्र में तेज बारिश के संकेत हैं। मौसम विभाग ने लोगों से सतर्क रहने और खुले में न निकलने की सलाह दी है, खासकर बिजली गिरने की आशंका वाले क्षेत्रों में।
अन्य राज्यों की स्थिति
हिमाचल प्रदेश में भी मानसून ने कहर बरपाया है। सोमवार रात मंडी, कुल्लू और किन्नौर में 17 जगह बादल फटने की घटनाएं हुईं, जिसमें 7 लोगों की जान गई और 16 लोग लापता हैं। मंडी जिले में भारी तबाही की खबर है, जहां 24 घर और 12 गोशालाएं नष्ट हो गईं।